जांजगीर चाम्पा

वायु मण्डल में ओजोन परत एक महत्वपूर्ण परत है:- पारीक

जांजगीर-चांपा // विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस 16 सितम्बर 2025 को प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड, चाम्पा में मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एम. के. पारीक यूनिट हेड, कार्यक्रम के अध्यक्ष संजय जोशी कार्यकारी निर्देशक, विशिष्ट अतिथि के रूप में शिवदयाल कर्ष अध्यक्ष इंटक, अशोक शर्मा अध्यक्ष एकाउन्ट, सुधाकर सारश्वत अध्यक्ष पर्चेस, एस. कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इलेक्ट्रीकल एण्ड इंस्ट्रूमेंटेशन, उदय सिंह कारखाना प्रबंधक, अशोक वैष्णव विभागाध्यक्ष पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के द्वारा कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ से किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ संतोष थवाईत सहायक महाप्रबंधक, पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस मनाने संबंधी एवं इस वर्ष की विश्व ओजोन परत संरक्षण दिवस की थीम “ओजोन परत को बचाने के लिए वैज्ञानिक खोजों और शोधों को वैश्विक स्तर पर ठोस कार्यवाही में बदलना पर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अशोक वैष्णव विभागाध्यक्ष पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने अपने उदबोधन में कहा कि अल्ट्रावॉयलेट किरणों से मानव और पालतु पशुओं में त्वचा का कैंसर, मोतियाबिंद, शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र आदि को नुकसार पहुंचाता है। यह माना जाता है कि ओजोन परत में प्रति एक प्रतिशत की कमी होने से त्वचा कैंसर में दो से पाँच प्रतिशत तक वृध्दि हो जाती है। इसी कड़ी में मुख्य अतिथि एम. के. पारीक यूनिट हेड ने कहा कि पृथ्वी को घेरने वाले इस वायु मण्डल में ओजोन परत एक महत्वपूर्ण परत है। जिसमें ओजोन अणु प्राकृतिक रूप से पाये जाते है। ओजोन एक विलक्षण प्रकार की आक्सीजन है, जिसमें सामान्य आक्सीजन के दो परमाणु के स्थान पर तीन परमाणु होते है। ओजोन परत खरबों वर्षों से सूर्य से आ रही प्रबल अल्ट्रावॉयलेट किरणों से पृथ्वी ग्रह पर जीवन की रक्षा कर रही है परंतु आज मानव की विवेकहीन गतिविधियों एवं मानव निर्मित हानिकारक रसायनों जिनमें क्लोरिन या ब्रोमीन होती है, जिसके कारण यह जीर्ण-शीर्ण होती जा रही है। आगे की कड़ी में कार्यक्रम के अध्यक्ष संजय जोशी कार्यकारी निर्देशक ने कहा कि ओजोन परत के बिना हम जिंदा नहीं रह सकते क्योंकि इन किरणों के कारण कैंसर, फसलों को नुकसान और समुद्री जीवों से साथ-साथ मानव को भी खतरा पैदा हो सकता है, ओजोन परत पराबैंगनीय किरणों से हमारी रक्षा करती है। मानव निर्मित क्लोरीन या ब्रोमीन, सिन्थेटिक गैस, क्लोरो-फ्लोरोकार्बन के निरंतर उपयोग के कारण वायुमंडल में इसकी सान्द्रता निरंतर बढ रही है जो कि अत्यंत हानिकारक है।कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप में शिवदयाल कर्ष अध्यक्ष इंटक ने अपने उदबोधन में कहा कि वायुमंडलीय ओजोन सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को रोकता है। पराबैगनी किरणों से पेड पौधों में पत्तियों का झुलसना, जलन होता है, ओजोन पृथ्वी को सूरज की हानिकारक पराबैगनी, अवरक्त विकिरणों से बचाती है। ओजोन परत के बिना, सूर्य की हानिकारक किरणें हम तक पहुंचेगी और हमें नुकसान पहुंचायेगी साथ ही ओजोन के कमजोर होने से त्वचा का कैंसर हो सकता है। इसलिए इसके बारे में अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें और अपने जीवन शैली में लागू करें, ताकि हमारा ओजोन परत मजबूत रहे। आगे की उदबोधन में अशोक शर्मा अध्यक्ष एकाउन्ट ने कहा कि ओजोन परत तेजी से कम हो रही है, जो आज की दुनिया के लिए एक बेहद चिंताजनक समस्या है। क्लोरोफ्लोरोकार्बन ओजोन क्षरण का मुख्य कारण है। इन्हें बदला जाना चाहिए ताकि हम भविष्य में पराबैंगनी विकिरण के हानिकारक प्रभावों से खुद को बचा सकें। इसी कड़ी में सुधाकर सारश्वत अध्यक्ष पर्चेस ने कहा कि ओजोन परत हमें पराबैगनी किरणों से होने वाली अनेक बिमारीयों से बचाती है। मानव आँख और त्वचा शरीर के अंग है जो इन विकिरणों सबसे अधिक संपर्क में आते है। परिणामस्वरूप ओजोन परत के क्षरण के कारण अंधेपन त्वचा कैंसर के मामले दिन प्रतिदिन बढ रहे है। ओजोन पृथ्वी को सूर्य की हानिक पराबैंगनी किरणों से बचाता है। एस. कुमार वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इलेक्ट्रीकल एण्ड इंस्ट्रूमेंटेशन कहा कि ओजोन परत को समझने के लिए यह आवश्यक है कि हम ओजोन परत एवं पृ को चारों ओर से घेरने वाले वायुमण्डल के बारे में जाने जिसमें बहुत सी परतें होती है और प्रत्येक परत का अपना महत्वपूर्ण कार्य है।कार्यक्रम के इसी कड़ी में उदय सिंह कारखाना प्रबंधक ओजोन परत में सन्तानवें से निन्यानवें प्रतिशत तक हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणों को सोखने की क्षमता होती है। ये हानिकारक अल्ट्रावॉयलेट किरणें पेड-पौधों, प्राणी जगत एवं मानव समुदाय पर लम्बी अवधि तक हानिकारक प्रभाव छोडती है। ओजोन परत को समझने के लिए यह आवश्यक है कि हम ओजोन परत एवं पृथ्वी को चारों ओर से घेरने वाले वायुमण्डल के बारे में समझे। कार्यकम को सफल बनाने में कार्मिक एवं प्रशासन, हार्टिकलचर, पर्यावरण, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, समस्त विभाग के साथ-साथ पॉवर प्लांट, स्पंज ऑयरन, इंडक्शन फर्नेश एवं सबमर्ज आर्क फर्नेश डिवीजन के अधिकारीयों एवं कर्मचारीयों के साथ-साथ कॉलोनी के बच्चों का सराहनीय योगदान रहा।

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