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डां.साहब भीमराव अम्बेडकर ने जाति वाद,और भेदभाव से ग्रस्त समाज में आवाज उठाने के लिए शिक्षित होना महत्वपूर्ण बताया : श्रीमती माधुरी बरेठ

जांजगीर-चांपा – प्रदेश प्रमुख माननीय श्री जतिंदर पाल सिंह जी के निर्देशा अनुसार nhrccb के महिला विंग श्रीमती माधुरी बरेठ की कुशल मार्गदर्शन में स्वामी विवेकानंद उद्यान में डां. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जयंती मनाया गया सर्व प्रथम तैल चित्र में माल्यार्पण कर मोमबत्तियां जलाकर उन्हें नमन् किया गया और श्रीमती माधुरी बरेठ ने कहा बाबा साहब डॉं भीमराव अम्बेडकर महान समाज सुधारक, संविधान व्याख्याता थे बाबा साहब वे एक ऐसा आदर्श समाज बनाना चाहते थे जो समानता, स्वतंत्रता,और बंधुता के विचारों पर आधारित हो उनके अनुसार जाति व्यवस्था, आदर्श समाज के निर्माण में घातक है। भीमराव अम्बेडकर ने सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, धार्मिक, औद्योगिक, संवैधानिक क्षेत्र में कई ऐसे कार्य किए हैं, जिन्हें भारत में हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने समता,समानता,बन्धुता एवं मानवता आधारित भारतीय संविधान को 2 साल 11 महीने और 17 दिन में तैयार करने का अहम कार्य किया उनका जन्म 14अप्रेल 1891 को मध्यप्रदेश के महू नगर के शैन्य छावनी में हुआ था उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और उनकी माता का नाम भीमाबाई सकपाल था अम्बेडकर ने अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराईयों को मिटाने और दलितों और अन्य सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के अधिकारो के लिए जीवन भर संघर्ष किया डां. अम्बेडकर को जवाहरलाल नेहरू के मंत्री मंडल में भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था उनकी मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को हुई थी ऐसे महान पुरूष की विचारधारा को अपने जीवन में अपनाना चाहिए और हम भारतवासियों को उन पर गर्व करना चाहिए कि आज हम जो भी है हमे जो समानता का अधिकार मिला है संविधान लिखने वाले और बनाने वाले के कारण सभी को समान अधिकार प्राप्त है ऐसे महान पुरूष को कोटि -कोटि नमन् कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्रीमती माधुरी बरेठ महिला विंग अध्यक्ष जांजगीर चांपा,जिला संरक्षक राजेश सोनी जी, वालिंटियर संगीता मानिकपुरी,जिला मीडिया प्रभारी चंद्रशेखर बरेठ एवं साथ में यंग मैन बच्चों का भी इसमें काफी योगदान रहा है।

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