13 नवम्बर को शिक्षण समिति राहौद में बिरसा मुंडा जयंती के उपलक्ष्य पर जनजातीय समाज का गौरव शाली अतीत आदिवासी दिवस का कार्यक्रम धूम धाम से मनाया गया

जांजगीर-चांपा – बिरसा मुंडा जयंती, जिसे आदिवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है, बिरसा मुंडा के योगदान और आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपरा, और अधिकारों को सम्मान देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस कार्यक्रम में बिरसा मुंडा के विचारों और उनकी संघर्ष यात्रा को समझने के साथ-साथ आदिवासी समाज की एकता और स्वाभिमान को भी प्रकट किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. जी.आर.कश्यप (प्राचार्य आईजी कॉलेज राहौद) विशिष्ट अतिथि श्री सुदर्शन मरावी जी (युवा प्रभाग़ सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक अध्यक्ष पामगढ़) मुख्य वक्ता श्री धीरज मिश्रा जी (हिंदू जागरण मंच प्रशिक्षण आयाम प्रमुख एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गाजियाबाद जिले के प्रचारक) मुख्य अतिथि श्री धीरेंद्र नाथ योगी नगर पंचायत अध्यक्ष राहौद, संचालक दीपक कश्यप डॉ.निर्मल वर्मा, राहौद शिक्षण समिति राहौद की प्राचार्य डॉ कनक सिन्हा, सीताराम कश्यप कालेज ऑफ फार्मेशी के प्राचार्य श्री मनमोहन जांगडे उप प्रा चार्य श्री गौरव वर्मा श्री रामनारायण कश्यप क्रीड़ा अधिकारी,जीपी कौशिक सहायक प्राध्यापक श्याम साहू सहायक प्राध्यापक, जयराम कश्यप एनएसएस प्रभारी, सहायक एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी तनुजा साहू अनिल कश्यप, कार्यालय सहायक शिवाकाँत राठौर, अंजलि राठौर सरला सर्वे उपस्थित रहे। प्रमुख अतिथियों का स्वागत और बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पण किया गया।साथ ही साथ रेशमा सुनहरे (b.ed प्रथम वर्ष) द्वारा राजकीय गीत “आरपा पैरी के धार” का मधुर गायन किया। इसके पश्चात संस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी शुरू हुई। RRR फिल्म का कोमडम भीमडु गीत का प्रदर्शन डीएलएड एवं b.ed प्रथम वर्ष के प्रशिक्षाणथी अमृतलाल ,संजय ,कुलदीप ,देवेंद्र पुस्पेंद्र नागेन्द्र अजय विजय तरूण द्वारा किया गया। इसके पाश्चात डीएलएड प्रथम वर्ष की छात्राओं समता गोयल अर्चना राम कुमारी वृषमति अंजना वैजंती सुधा सबनम एवं उनके सहयोगियों द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक नृत्य का सुंदर प्रदर्शन किया गया। डीएलएड प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं मनीषा समता कोयल विजय पुष्पेंद्र नागेन्द्र खगेशवर संजय विजय आदि द्वारा रानी दुर्गावती की स्क्रिप्ट पर नाटक की प्रस्तुति दी गई। निहारिका नवर। B.ed प्रथम वर्ष की सरिता सुकृति निशा विनीता रुचि ज्योति पुर्निमा गायत्री द्वारा भी मनमोहन लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद आदिवासी दिवस पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। चित्रकला में कविता पैकरा को प्रथम,अर्चना जायसवाल को द्वितीय तथा समता कोयल को तृतीय पुरस्कार दिया गया। भाषण प्रतियोगिता में समता कोयल को प्रथम, अवितेश को द्वितीय तथा अंजना साहू को तृतीय पुरस्कार मिला। इस प्रकार रंगोली प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार सुष्मिता (बीएड प्रथम वर्ष) हेमलता (बीएड प्रथम वर्ष) एवं रेशम सुनहरे बी एड प्रथम वर्ष)को तृतीय पुरस्कार मिला। अंत में प्रायोजकों द्वारा उपस्थित अतिथियों का आभार प्रदर्शन किया गया एवं जय जोहार का नारा लगाया गया। कार्यक्रम के अंत में बच्चों को स्वल्पाहार वितरित किया गया।