राजा धर्मेंद्र सिंह ने महात्मा गाँधी जयंती की शुभकामनाएं
राजा धर्मेंद्र सिंह ने क्षेत्रवासियों को अंतराष्ट्रीय अहिंसा दिवस की शुभकामनाएं दी
दो अक्टूबर : महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन
सक्ती – राजा धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि भारत के इतिहास में दो अक्टूबर के दिन का एक खास महत्व है। यह दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्मदिन के तौर पर इतिहास के पन्नों में दर्ज है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म दो अक्टूबर 1869 को हुआ था। उनके कार्यों तथा विचारों ने देश की स्वतंत्रता और इसके बाद आजाद भारत को आकार देने में बड़ी भूमिका निभाई। वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म दो अक्टूबर 1904 को हुआ था। उनकी सादगी और विनम्रता के लोग कायल थे। आज दो अक्टूबर है और न सिर्फ पूरा हिन्दुस्तान, बल्कि दुनिया के कई देश 153 वीं गांधी जयंती मना रहे हैं। बापू ने देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने में सबसे अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपने सत्य और अहिंसा के सिद्धांत के दम पर अंग्रेजों को कई बार घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। उनके अहिंसा के सिद्धांत को पूरी दुनिया ने सलाम किया, यही वजह है कि पूरा विश्व आज का दिन अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर भी मनाता है। महात्मा गांधी के विचार हमेशा से न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे विश्व का मार्गदर्शन करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। महात्मा गांधी की महानता, उनके कार्यों व विचारों के कारण ही 2 अक्टूबर को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस की तरह राष्ट्रीय पर्व का दर्जा दिया गया है। वही दूसरी ओर शास्त्री का जीवन दूसरों के लिए उदाहरण स्थापित करने के महत्व को दर्शाता है। जब वह प्रधानमंत्री के पद पर थे उस समय उन्होंने एक बड़े घर की बजाय एक साधारण घर को चुना था। वह साधारण जीवन जीना पसंद करते थे। देश सेवा का भाव शास्त्री जी अपने पूरे जीवन भर देश की सेवा के लिए समर्पित रहे। आजादी की लड़ाई में शुरुआती भागीदारी से लेकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अपने नेतृत्व तक, उन्होंने आम भारतीयों की भलाई के लिए लगातार काम करके नेताओं को प्रेरित किया। 1965 के भारत-पाक संघर्ष के दौरान उनके “जय जवान, जय किसान” अभियान ने सैनिकों और किसानों दोनों के महत्व पर जोर दिया था।