शिक्षा गुणवत्ता के साथ बच्चों पर विभिन्न कौशलों के विकास पर विशेष ध्यान देवे: रत्ना थवाईत

जांजगीर-चांपा // नवीन पाठ्यक्रम एनईपी 2020 के अंतर्गत हिंदी भाषा प्रशिक्षण पांच दिवसीय कक्षा छठवीं ‘मल्हार’ विषय पर प्रशिक्षण विकासखंड बम्हनीडीह में आयोजित किया गया है।विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने प्रशिक्षण दौरान निरीक्षण एवं अवलोकन करते हुए कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य समाज में एक ऐसे व्यक्ति का निर्माण करना है जो तर्कसंगत विचार और कार्य करने में सक्षम हो ताकि राष्ट्रीय एकता और अखंडता निर्बाध रूप से पोषित होता रहे।बच्चों के विभिन्न कौशलों के विकास पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए जिसमें बच्चों में रटने की विद्या का त्याग कर विश्लेषण,चर्चा,अनुप्रयोग पर विशेष ध्यान दें साथ ही शिक्षक प्रशिक्षण में पंचकोशी सिद्धांत अन्नमय कोष प्राणमय कोष मनोमय कोष विज्ञानमय आनंदमय कोष पर विस्तार से चर्चा करें। बीआरसी एच के बेहार धन्य कुमार पांडे व ममता जायसवाल ने कहा कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या के लक्ष्य क्षमताओं और सीखने के परिणामों को स्पष्ट दिशा निर्देश प्रदान और शिक्षण अधिगम का प्रयोग करते हुए प्रतिफल को प्राप्त करना साथ ही उक्त प्रशिक्षण में बच्चों में प्रभावी संप्रेषण कौशल साहित्यिक और रचनात्मक क्षमता लेखन कौशल संस्कृति से जुड़ाव खेल खेल के माध्यम से शिक्षा शारीरिक शिक्षा,योग, प्राणायाम,व्यावसायिक कौशल शिक्षा,पुस्तकालय का प्रयोग कर मनोमय कोष में वृद्धि करना आदि विभिन्न विधाओं पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया।मास्टर ट्रेनर रेवती रमन दुबे,लक्ष्मी प्रसाद देवांगन व कमलेश गुप्ता ने सभी प्रशिक्षार्थी साथियों को विस्तार से चर्चा करते हुए प्रशिक्षण दे रहे हैं।