चांपा नगर पालिका के ऊपर लग रही है तानाशाही का आरोप क्या है पुरा मामला जानिए
जांजगीर-चांपा – (चांपा) चांपा नगर पालिका शहर की तंग गलियों में अपनी भारी-भरकम कचरा गाड़ी रोज़ कचरा उठाने के लिए निकाल देते हैं जो शहर स्वच्छता के लिए बेहद जरूरी है और होनी भी चाहिए लेकिन यह सोचने वाली बात है कि जहां सड़क ही सकरा हो वहां चांपा नगर पालिका द्वारा छोटी गाड़ियों का इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता बड़ी गाड़ियों का उपयोग से यदि आमजनमानस की आवागमन में असुविधा होती है एवं यातायात व्यवस्था बिगड़ती है तो प्रशासन में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों को उस पर संज्ञान लेते आमजन का ख्याल रखकर कार्य करवाया जाए यही कार्यपालिका होनी चाहिए न कि दबाव पुर्वक जैसा देखा गया है। जो पूरा सड़क जाम करके कचरा उठाता है गाड़ी के पीछे कितनी भी ट्रैफिक इकट्ठा हो जाए इससे इन्हें कोई मतलब नही होता। कई बार तो आधे- आधे घंटे तक इस कचरा गाड़ी के पीछे खड़े हो कर इसके आगे बढ़ने का इंतजार करना पड़ता है। अगर उस स्थिति में आमजन को मेडिकल ऐमरजेंसी हुई या फिर काकाजी किसी अधिकारी, कर्मचारी, कचरा गाड़ी के पीछे हो तब भी क्या यही रवैया रहेगा सोचने वाली बात है अरे क्या जरूरत है ऐसी सकरी गलियों में इतने चौड़े कचरे की गाड़ी को चलाने की और भी तो छोटी गाड़ियां भी तो हैं उन्हें क्यो नही चलाया जाता । इस पर भी तर्क इनका कि काम करने वाले काम नही करेंगे छोटी गाड़ियों में। मतलब अब शहर की व्यवस्था नगर पालिका नही उसके कामगार मजदूरों के हिसाब से चलेगी। संबंधित अधिकारी इस विषय पर गंभीरता दिखाए।