जांजगीर चाम्पा

जो अनीति कछु भाषौ भाई, तौ मोहि बरजहु भय बिसराई- राजेश्री महन्त जी

जांजगीर-चांपा – शिवरीनारायण मठ में जनवरी माह के दूसरे रविवार को रविवारीय राम कथा का शुभारंभ सुबह 10 बजे श्री रामायण जी की आरती के साथ हुई। क्षेत्र के अनेक गांवों से आए हुए श्रद्धालु भक्तों ने भगवान की पूजा – अर्चना की तत्पश्चात उपस्थित मानस प्रेमियों को संबोधित करते हुए महामंडलेश्वर राजेश्री महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज ने कहा कि -संसार में सभी लोग रामराज्य की स्थापना करना चाहते हैं। यहां तक कि जो लोग रामराज्य के संदर्भ में कुछ भी नहीं जानते वे भी रामराज्य की स्थापना की बातें करते हैं। लेकिन रामराज्य के मूल में क्या है ? इसे समझना नितांत आवश्यक है। उन्होंने उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि -एक बार रघुनाथ जी ने नगर वासियों की बैठक बुलाई जिसमें सभी नगरवासी सम्मिलित हुए‌। रघुनाथ जी ने उनसे कहा कि *यदि राजमद में आकर मेरे द्वारा कोई ऐसा आचरण किया जाए जिससे किसी अन्य व्यक्ति का अहित हो तब आप लोग मुझे निर्भय होकर बरज देना!* जब किसी व्यक्ति या राजनेताओं में इतना सामर्थ आ जाए तभी राम राज्य की स्थापना हो सकती है। श्री रामचरितमानस के चौपाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि *जो अनीति कछु भाषौ भाई। तौ मोहि बरजाहु भय बिसराई।।* इस अवसर पर प्रयागराज से विशेष रूप से उपस्थित रामशिरोमणि दास जी महाराज ने श्रोताओं से कहा कि आप सभी परम सौभाग्यशाली है कि- आप लोगों को भगवान श्री शिवरीनारायण जी के चरण कमल में बैठकर कथा कहने और सुनने का सौभाग्य मिला है। लोगों को मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव ने भी संबोधित किया और कहा कि -न जाने कितने बार हम लोगों ने इस पवित्र शिवरीनारायण क्षेत्र पर शरीर धारण किया है? कितने बार इस स्थान पर आकर हम लोगों ने कथा कही और सुनी है ? यह तो परमात्मा ही जानते हैं कारण की श्रीमद् भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने स्वयं कहा है कि- *य एनं वेत्ति हन्तारं यश्चैनं मन्यते हतम्। उभौ तौ न विजानीतो नायं हन्ति न हन्यते ।।*  अर्थात यह आत्मा नित्य, सनातन और पुरातन है इसका कभी भी नाश नहीं होता! हम लोग भी परमात्मा की कृपा से यहां बार-बार आते रहे होंगे। श्रोताओं को भागवताचार्य योगेश शर्मा (शिवरीनारायण),मानस मर्मज्ञ दिनेश गोस्वामी (पामगढ़), भगत राम साहू (मुड़पार), कुंजराम कश्यप (कैथा), शिवकुमार द्विवेदी (जैजैपुर ), बिहारी लाल भारद्वाज (खरौद) सहित अनेक मानस वक्ताओं ने श्री राम कथा सुना कर अभिभूत किया। इस अवसर पर विशेष रूप से कार्यक्रम के आयोजन निरंजन लाल अग्रवाल जी, सुखराम दास जी महाराज, त्यागी जी महाराज, बिहारी लाल साहू, राम केवल साहू, सुकलाल साहू, रामकिशुन साहू सहित अनेक गणमान्य नागरिक गण उपस्थित हुए। कार्यक्रम का विधि वत संचालन रंगनाथ यादव ने किया।

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