2 लाख 51हजार पार्थिव शिवलिंग का दुध ,जल से अभिषेक करते विधानसभा अध्यक्ष व कोरबा सांसद
पुजा में बैठे छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डां.चरणदास महंत, कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत, सूरज महंत
भोलेनाथ से मांगा प्रदेश वासियों के लिए सुख, समृद्धि, और शांति
सक्ती – छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत अपनी धर्म पत्नी ज्योत्सना महंत पुत्र सूरज मंहत के साथ नगर के सामुदायिक भवन में आयोजित 2 लाख 51हजार पार्थिव शिवलिंग का दुध जल अभिषेक करते हुए सांसद ज्योत्सना महंत ने पूजा अर्चना करते हुए कहा
कहा सावन मास में 2 लाख 51हजार शिवलिंग का पूजन कर प्रदेश की सुख समृद्धि के लिए भगवान भोलेनाथ से मांगा आशीर्वाद उन्होंने कहा भोलेनाथ आदि अनंत काल देवों के देव महादेव है और कल पर विजय प्राप्त करने वाले महाकाल है जिस व्यक्ति को अगर किसी प्रकार से परेशानी हो अल्प मृत्यु हो ऐसे व्यक्ति भगवान भोलेनाथ की आराधना करता है तो उसे मृत्यु पर भी विजय प्राप्त होती है और उसे हमेशा भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होता है पार्थिव शिवलिंग पूजा अर्चना पंकज उरमलिया व्दारा आयोजित किया गया है यह बहुत सराहनीय है आज नगर पूरी तरह से शंकर भगवान के जयकारे से गूंजायमान हो रहा है और सभी समाज के द्वारा पार्थिव शिवलिंग का पूजन किया जा रहा जिसमें नगर के सैकड़ों जोड़े ने सामूहिक रूप से भजन कीर्तन के साथ पूजा अर्चना परिवार सहित देश कि सुख शांति समृद्धि के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की गई है पंकज उरमलिया महाराज ने बताया कि पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करने से बड़े से बड़ा कष्ट दूर होता है और अकाल मृत्यु से भी विजय प्राप्त होता है पार्थिव शिवलिंग की पूजा सबसे पहले भगवान श्रीराम ने लंका कुच करने से पहले पार्थिव शिवलिंग की पूजा की थी भोलेनाथ की असीम कृपा से रामचंद्र जी लंका पर विजय प्राप्त किए थे।
वही शनिदेव अपने पिता सूर्यदेव से ज्यादा शक्ति पाने के लिए काशी में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की थी कलयुग में भगवान शिव का पार्थिव पूजन कुष्मांडा ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था इसके बाद से अभी तक शिव कृपा बरसाने वाली पार्थिव शिवलिंग का धरती में लगातार किया जा रहा है पार्थिव शिवलिंग पूजन हर व्यक्ति को सावन के मास में पार्थिव शिवलिंग की पूजा करना चाहिए पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से अकाल मृत्यु से भी मनुष्य विजय प्राप्त करता है पार्थिव शिवलिंग की पूजा अर्चना करने में नगर के समस्त भक्तगण महिला पुरुष उपस्थित थे।