अटल इरादों वाला, वतन का रखवाला, धुन का था मतवाला, अटल कहाता था
सुशासन दिवस पर सामुदायिक भवन में काव्य पाठ और संगोष्ठी , नगर पालिका में हुआ आयोजन
सक्ती – 25 दिसंबर अटल जी के जन्म दिन को सुशासन दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया गया। इसी तारतम्य में नगर पालिका सक्ती द्वारा डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामुदायिक भवन में अटल जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर संगोष्ठी और काव्य पाठ का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मंचस्थ विभिन्न वक्ताओं भाजपा के जिला प्रवक्ता और सक्ती नगर भाजपा मंडल के प्रभारी रमेश सिंघानिया, वरिष्ठ भाजपा नेता रामावतार अग्रवाल जिला भाजपा उपाध्यक्ष मांगेराम अग्रवाल, अधिवक्ता चितरंजय पटेल आदि ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उनके चालीस वर्ष के दीर्घकालिक संसदीय अनुव, चुनावों में उनकी जय-पराजय, उनकी राजनैतिक यात्रा, उनके काव्य लेखन, विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उनके द्वारा किए गए कार्य आदि अनेक विषयों पर चर्चा की। जिला प्रवक्ता श्री सिंघानिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अटल जी के समान व्यक्ति का प्रधानमंत्री पद पर पहुंचना देश की जनता को आश्वस्त करता है कि राजनीति में नैतिक मूल्य अभी जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी की लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था थी और वे इसे सिर्फ 51 और 49 का खेल नहीं मानते थे। उन्होंने देश में विकास की बड़ी-बड़ी योजनाएं प्रारंभ की और हम छत्तीसगढ़ वासियों को छत्तीसगढ़ उपहार में दिया। अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कहा कि अटल जी की जीवनी से प्रेरणा लेकर हम सब व्यक्ति-निष्ठ होने की बजाय संगठन-निष्ठ और राष्ट्र-निष्ठ बनें इससे हमारा देश मजबूत होगा। मंच पर नगर पालिका में नेता प्रतिपक्ष धनंजय नामदेव, ऋषि गोयल, अमन डालमिया आदि की उपस्थिति रही। मंच संचालन अमन डालमिया और आभार प्रदर्शन दादू केंवट ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं, नागरिक गण, मुख्य नगर पालिका अधिकारी संजय सिंह के अलावा नगरपालिका के कर्मचारीगण सहायिकाएं स्व सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रहीं।